cipla kaha ki company hai

दोस्तों अगर मैं आपको कहु की आप किसी मोबाइल कंपनी, कार कंपनी या कंप्यूटर कंपनी के कंपनी के नाम बताओ तो आपके दिमाग में भारत के या दुनिया भर कही सारी कंपनिया आपके दिमाग में एक सूचि की तरह घूमती रहेंगी मगर अगर मैं आपसे कहु की किसी एक दवा बनाने वाली कंपनी का नाम बताओ तो आप बता नहीं पाओगे। 

किसी दवाई बनाने वाली कंपनी को कौन ही याद रखता है, मगर मैं आपको एक ऐसी कंपनी के बारे याद दिलाना चाहता हूँ जिसे सुनते आप ने कहेंगे यह कंपनी का नाम हमने कही ना कही सुन्हा है। 

मैं बात कर रहा हूँ सिप्ला कंपनी की (Cipla Limited) जी हां दोस्तों यह वही कंपनी है जो की भारत में गरीबो की दवा बनाने वाली कंपनी के तौर पर जानी जाती है। 

Cipla जो की भारत की तीसरी सबसे बड़ी दवा बनाने वाली कंपनी है जिसने कभी दूसरे विश्व यूद्ध के दौरान भारत में दवाओं की बड़ी मात्रा में पूर्ति की तो किसी वक़्त अफ्रीका जैसे देश में आने वाली महामारी और अन्य खतरनाक बीमारी के मौत के मू से निकाला। 

आज हम भारत की बहुराष्ट्रीय दवा बनाने वाली कंपनी Cipla कंपनी की जानकारी लेने वाले है लेख में cipla kaha ki company hai?, Cipla कंपनी को किसने बनाया था? और Cipla कंपनी की अन्य जानकारी लेने वाले है, आप हमारे इस पेज पर अंत तक बने रहे। 

 

 

भारत देश की है यह बहुराष्ट्रीय Cipla Limited कंपनी

 

ख्वाजा अब्दुल हामिद जो की सिप्ला कंपनी के सस्थापक और जनक है, महात्मा गाँधी जी के असहयोग आंदोलन से प्रेरणा लेकर अब्दुल हामिद ने साल 1935 में अपनी “Chemical, Industrial and Pharmaceutical Laboratories” नमक संस्था बनाई जहा स्वदेशी दवाई बनाना मुख्य लक्ष था, जिसने साल 1937 से दवाइयों का उत्पादन शुरू किया, बाद में साल 1984 में कंपनी ने अपना नाम बदलकर Cipla कर दिया गया। 

आज दुनिया में 57 जगह पर कंपनी की मेनुफेक्चरिंग यूनिट कार्यरत है और इस भारतीय कंपनी Cipla में बनाई गई दवाइयाँ 86 देशो में सप्लाई की जाती है। 

 

 

ख्वाजा अब्दुल हामिद है Cipla कंपनी के असली मालिक 

 

ख्वाजा अब्दुल हामिद जो की पेशे से एक रसायन वैज्ञानिक थे, जिन्होंने भारत की सबसे पुराणी और वर्तमान में तीसरी सबसे बड़ी दवा बनाने वाले Cipla कंपनी की स्थापना की थी। 

अब्दुल हमीद पेशे से वैज्ञानिक होने के साथ साथ एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, राष्टवादी इंसान थे जिनपर गाँधी जी का गहरा प्रेरणादाई असर था। 

अब्दुल हामिद जी ने अपनी पढाई लाहाबाद विश्वविद्यालय से की जहा उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया बाद वे (MA) एमए और (PH.d) पीएचडी की उपदि प्राप्त करने के लिए जर्मनी चले गए।

साल 1935 में “Chemical, Industrial and Pharmaceutical Laboratories” की स्थापना के बाद 1937 में कंपनी ने स्वदेशी बनावटी दवाई का उत्पादन शुरू किया इस वक़्त कंपनी के अध्यक्ष ख्वाजा अब्दुल हामिद के बेटे युसूफ हमीद थे।

साल 1972 में बिमारी के चलते अब्दुल हामिद जी का निधन हो गया।

 

 

कौन-कौन सी दवाइयाँ बनाती है Cipla कंपनी?

 

Cipla कंपनी मुख्य रूप से ह्रदय रोग, मधुमेह, अवसाद, श्वसन रोग, नसों में होने वाली गठिया, बाल रोग, HIV/Aids, हेपेटाइटिस, संक्रामक रोगों और गंभीर देखभाल, न्यूरोलॉजिकल, नेत्र संबंधी रोग, कैंसर, मलेरिया ऐसे ही अन्य चिकित्सा स्थितयो के इलाज के दवा विकसित करने पर ध्यान देती है।

इसी के साथ Cipla महँगी दवाइयाँ, सस्ती जेनेरिक दवाइयाँ और फार्मास्युटिकल सामग्री (एपीआई) का निर्माण और वितरण भी करती है।

Cipla दवाई बनाने के साथ साथ Consumer healthcare और Biosimilar जैस क्षेत्र में भी व्यापर करती है।

कंपनी मीटर्ड-डोज़ इनहेलर डिवाइस, स्पेसर और संबंधित डिवाइस का निर्माण भी बड़े पैमाने पर करती है।

 

 

Cipla Limited Company Profile (Hindi)

 

स्थापना वर्ष 1935 
मुख्य सदस्य 
  • ख्वाजा अब्दुल हामिद (संस्थापक)
  • युसूफ ख्वाजा हमीद (चैयरपर्सन)
  • उमंग व्होरा (सीईओ)
मुख्यालय महाराष्ट्र, मुंबई 
कंपनी प्रकार फार्मास्यूटिकल्स
सदस्य संख्या 22000-23000 
सब्सिडरी InvaGen Pharmaceuticals
होम पेज https://www.cipla.com/

 

 

 

क्या Cipla कंपनी बिक रही है?

 

बिकने जा रही है Cipla? जी हां देश की तीसरी सबसे बड़ी दवाई उत्पादन कंपनी बिक सकती है, हां लाकि कंपनी अभी तक बिकी नहीं है अगर हम खबरों की माने तो Cipla कंपनी के चेयरपर्सन और Cipla कंपनी की नॉन एक्सेक्यूटिव डायरेक्टर सामिया हमीद कंपनी को बेच सकती है। 

दरसल खबरों की माने तो Cipla को खरादने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी निजी इक्विटी फार्म कंपनी Blackstone कंपनी को खरीद सकती है। 

कंपनी की स्थापना करने वाले ख्वाजा अब्दुल हामिद की फैमेली Cipla में अपनी पूरी 33.47 की हिस्सेदारी बेचने जा रही है। 

कंपनी बेचना का कोई ठोस करन नहीं बताया गया है, मगर ब्दुल हामिद के निधन के बाद कंपनी की डोर अब्दुल हामिद के बेटे युसूफ हमीद संभाल रहे थे मगर अब वे 80 साल के हो चुके है, कंपनी को कोई उत्तराधिकारी न मिलने की वजह से हमीद फैमली अपने शेयर बेच सकती है। 

मगर साल 2015 में कंपनी की बागदौड युसूफ हामिद की भतीजी सामिया हमीद को सौफी है जो फ़िलहाल कंपनी में Non Executive Director के पद पर कार्यरत है। 

कंपनी की बिकने की खबर के चलते कंपनी के शेयर में काफी उतार चड़ाव देखने मिल रहा है जहा फील फिलहाल कंपनी का भाव ₹1420 के आस पास देखने मिल रहा है  की एक साल कंपनी के शेयर में 20% से 25% फसीदी का उछाल देखने मिला है। 

 

 

संबधित लेख 

 

 

मुंबई से वैश्विक स्तर पर Cipla की उड़ान

 

  • साल 1935 में द केमिकल, इंडस्ट्रियल एंड फार्मास्युटिकल लेबोरेटरीज के रूप में Cipla की ख्वाजा अब्दुल हामिद द्वारा स्थापना।
  • साल 1937 Cipla ने कंपनी ने  दवाई का उत्पादन शुरू किया।
  • साल 1939 में दूसरे विश्व यूद्ध के दौरान महात्मा गांधीजी ने Cipla के प्लांट का दौर लिया जहा गाँधी जी हामिद को भारतीय लोगो के लिए दवाई बनाने के लिए प्रेरित किया साथ ही, जहा Cipla विदेशी दवाई को छोड़ स्वदेशी दवाई बनाने पर ध्यान दे रही थी।
  • साल 1970 में Cipla ने New Patent Law का नेतृत्व किया, इस कानून में सभी भारतीय कंपनियों को Patented product बनाने की अनुमति मिली, इस नियम की वजह से भारतीया फार्म और दवाई बनाने वाली कंपनियों को किसी भी तरह की दवाई निर्माण करने में और दवाइयाँ सस्ती कीमत उपलब्ध करने में सक्षम हुई।
  • साल 2005 में भारत में और दुनिया में फैले Bird Flue महामारी के दौरान Cipla ने सिर्फ 20 दिनों के अंदर Anti-Bird Flue वैक्सीन का उत्पादन किया। अमेरिका में भी दवाई का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया।
  • साल 2012 में कैंसर जैसी दवाई की कीमतों को कम करने में कंपनी सफल होती है जसिकी वजह से विश्व स्तर पर कैंसर रोगियों के लिए सुलभ और सस्ती दवा Cipla बनती है।

 

 

 

मेरे अंतमि शब्द

 

आज Cipla जैसी फार्मा कंपनी की वजह से भारत जैसे देश में जहा आम आदमी के लिए दवाई का खर्चा उठाना बेहद कठिन हो रहा है वाहा कंपनी जेनेरिक और अन्य तरीको से लोगो को बेहद ही कम कमर पर दवाइयाँ उपलब्ध करा रही है। 

भारत ही नहीं बल्कि अफ्रीका और अन्य गरीब देशो में होने वाले महामारी और अन्य बीमारयों को दूर करने के लिए Cipla कंपनी लोगो के लिए एक वरदान से कम नहीं है। मुझे ऐसी कंपनियों पर गर्व होता है जो सिर्फ अपने फायदे के लिए लोगो को लुटने के बजाये लोगो के आर्थिक और सामजिक कल्याण में मदत कर रही है। 

तो दोस्तों ये रही Cipla Company से संबधित कुछ ज़रूरी जानकारी, मैंने आपको cipla kaha ki company hai? Cipla कंपनी की स्थापना किसने की? साथ ही Cipla कंपनी के योगदान के बारे में जानकारी दी है। 

मुझे उम्मीद है की आपको हमारी यह जानकारी से कुछ ना कुछ मदत मिली हो, अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो या आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप मुझे कमेंट के माध्यम से संपर्क कर सकते है। 

 

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | FAQ’s

 

  1. Cipla क्या काम करती है?

    Cipla भारत की तीसरी सबसे बड़ी दवा बनाने वाली फार्मा कंपनी है, जो की ह्रदय रोग, मधुमेह, अवसाद, श्वसन रोग जैसे रोग के लिए दवाई का निर्माण करती है।

  2. सिप्ला का वर्तमान मालिक कौन है?

    वर्तमान में युसूफ ख्वाजा हमीद की फैमेली के पास कंपनी की सबसे ज्यादा 33.47 की हिस्सेदारी है

  3. सिप्ला वन इंडिया के सीईओ कौन है?

    उमंग व्होरा साल 2016 से सीईओ पद पर कार्यरत है।

  4. भारत की सबसे बड़ी दवाई बनाने वाली कंपनी कौन सी है?

    Sun Pharmaceutical Industries Ltd भारत की सबसे बड़ी दवाई बनाने वाली फार्मा कंपनी है। 

By Aslam Shaha

मेरा नाम Aslam Shah, मैं इस हिंदी ब्लॉग का फॉउंडर हूँ, मेरे इस Company Gyan हिंदी मंच पर मैं आपको तकनीक, वित्त, स्वास्थ्य देखभाल, उत्पादन, ऊर्जा कंपनी और अन्य कंपनियों और संस्थाओ की जानकारी प्रदान करता हूँ।

5 thoughts on “Cipla kaha ki company hai | जानिए इस बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी की सारी जानकारी”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *